राजेश प्रसाद गुप्ताअंबिकापुरअधिकारियों की मिली भगत होने के कारण कई ऐसे कार्य होते हैं जो मात्र कागजों में ही सिमट जाते हैं उदयपुर क्षेत्र के कई ग्राम पंचायत में ऐसा देखने को मिला है ऐसा ही एक मामला उदयपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत शंकरपुर का है जहां जिला पंचायत वित्त आयोग मद से 5 लाख की पुलिया सत्र 2020-21 में खानपारा मार्ग पर निर्माण कार्य ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी के द्वारा कराया जा रहा है जो 5 साल बीतने के बाद भी पूर्ण नहीं हुआ ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि पुल निर्माण नहीं होने के कारण लोगों को उसे क्षेत्र में आवागमन करने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैग्रामीणों ने कहा कि उक्त पुलिया निर्माण कार्य किए जाने हेतु 5 लाख में से ₹2 लाख करीब ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी के द्वारा आहरण कर लिया गया है लेकिन 5 साल बीत गया मगर आज तक पुल निर्माण कार्य नहीं किया जा रहा ।
घटिया निर्माण का लगा है आरोप
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि उक्त पुलिया निर्माण में पहले भी घटिया निर्माण का आरोप लग चुका है मगर ना तो उसे घटिया निर्माण कार्य का किसी प्रकार की जांच हुई और ना ही आगे निर्माण कार्य वर्तमान में कराया जा रहा है।
रोड नहीं होने के बावजूद भी उक्त जगह पर कराया जा रहा था पुलिया निर्माण
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि उक्त रास्ते से होकर के आज तक रोड तक नहीं बना है मगर पुलिया निर्माण कार्य कराया जा रहा था पुलिया निर्माण कार्य कराए जाने से आवागमन कुछ हद तक सही होता लेकिन वह भी अब 5 साल से अधूरा पड़ा हुआ हैऐसे ही ग्राम पंचायत में कई ऐसे कार्य हैं जिसका पैसा ग्राम पंचायत निर्माण एजेंसी के द्वारा निकाल दिया गया है लेकिन आज तक निर्माण कार्य पूर्ण ही नहीं हुआ है बड़ी बात यह है कि संबंधित मामले की जांच किए जाने हेतु संबंधित अधिकारी को जानकारी प्रदान किया जा चुका है मगर अधिकारियों की भारी लापरवाही के कारण स्थिति जस का तस बना हुआ है और निर्माण एजेंसी के द्वारा शासकीय राशि का बंदरबाट करने में लगे हुए हैं ग्रामीणों के द्वारा बताया गया की कार्यवाही एवं जांच नहीं होने से इनका हौसला लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे आने वाले समय में भी शासकीय राशि का दुरुपयोग करने में संकोच थोड़ा सा भी नहीं करेंगे इसलिए जिला प्रशासन से अनुरोध है कि संबंधित मामले पर जांच करते हुए उचित और कार्रवाई की जाए।
कई काम अधूरे पर कैसे मिल गया एनओसी
ग्रामीणों ने बताया कि विगत वर्ष सरपंच पद पर पदस्थ व्यक्ति वर्तमान में भी सरपंच है विगत वर्ष के कार्यकाल में उनके कई कार्य अधूरे हैं इसके बावजूद भी उन्हें सरपंच लड़ने हेतु एनओसी जारी करना प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही एवं मिली भगत को दर्शाता है।