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खेतों के बीच निर्माणधीन मकान में नियम विरुद्ध निजी स्कूल का संचालन बिना मान्यता और अव्यवस्था के बीच स्कूल का संचालन

अंबिकापुर – सरगुजा जिले के लखनपुर क्षेत्र में शासन द्वारा निर्धारित मापदंड का पालन न करके नियम विरुद्ध तरीके से निजी स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। निजी स्कूल के संचालक मनमर्जी से अपनी संस्था का संचालन कर रहे हैं। वहीं शिक्षा विभाग को इन स्कूलों की जानकारी तक नहीं है। दरअसल पूरा मामला सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के ग्राम रजपुरी कला में का है। जहां खेतों के बीच निर्माणधीन मकान में पार्थ स्कूल ऑफ एक्सीलेंस नामक निजी स्कूल का शासन द्वारा निर्धारित मापदंड का पालन न करके नियम विरुद्ध ढंग से संचालन किया जा रहा है। पार्थ स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस लगभग 25 बच्चे नर्सरी से लेकर कक्षा तीसरी तक अध्यनरत है। जहां बच्चों की बैठने की व्यवस्थाएं पेयजल, खेल मैदान ,शौचालय सहित अन्य सुविधा उपलब्ध नहीं है। खेतों के बीच निर्माणधीन मकान में स्कूल का संचालन होने से बच्चे असुरक्षित हैं कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। यही नहीं बिना मान्यता के स्कूल का संचालन किया जा रहा है। शिकायत के बाद कार्रवाई के नाम पर शिक्षा विभाग की ओर से नोटिस जारी कर खाना पूर्ति कर दिया गया है। गौरतलब है कि देश के निर्माण में शिक्षा का एक अहम स्थान होता है लेकिन यही शिक्षा अब व्यवसाय में परिवर्तित हो गया है हालत यह है कि शिक्षा कारोबारी धीरे-धीरे क्षेत्र में पैर पसारते जा रहे है।अब देखने वाली बात होगी कि शासन के मापदंडों के विपरीत संचालित निजी स्कूलों पर किस प्रकार की कार्रवाई शिक्षा विभाग के द्वारा की जाती है।

पार्थ स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस प्रधान पाठक श्री राजवाड़े

इस संबंध में प्रधान पाठक श्री राजवाड़े ने बताया कि खेल मैदान निर्माणधीन है जमीन पर टाटपट्टी में बच्चों को बैठाया जा रहा है। शिक्षा विभाग लखनपुर को इसकी कोई सूचना नहीं दी गई है। दो-तीन माह के भीतर व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी।

सहायक खंड शिक्षा अधिकारी मनोज तिवारी

इस संबंध में सहायक खंड शिक्षा अधिकारी मनोज तिवारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान शिकायत में लेकिन निजी स्कूल संचालित है जहां नोटिस जारी किया गया नोटिस के जवाब में स्कूल प्रबंधन द्वारा जवाब में एक माह का समय मांगा गया है। स्कूल में बच्चों के लिए खेल मैदान ,शौचालय बैठने की व्यवस्था नहीं है एक मांह के भीतर व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं होती है तो स्कूल को बंद कराया जाएगा।

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