राजेश प्रसाद गुप्ताअंबिकापुर – वर्तमान मामला में खाद्यान्न वितरण को लेकर के पूरे सरगुजा भर में मामला गरमाया है कि कई लोगों को राशन तक नहीं मिल पा रहा है बड़ी बात यह है कि अंगूठा तक लगवा लेते हैं पर चावल नहीं देते हैं यह मामला कई ग्राम पंचायत में देखने को मिला है ऐसा ही एक मामला उदयपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत सायर का है जहां 3 माह एक मुफ्त चावल दिए जाने की घोषणा छत्तीसगढ़ प्रशासन के द्वारा किया गया था लेकिन उक्त दौरान सायर ग्राम पंचायत में मात्र दो महीने का चावल हितग्राहियों को दिया गया जबकि अंगूठा एवं थम 3 महीना का पूरा लगवा लिया गया प्राप्त जानकारी अनुसार सायर में करीब 120 ऐसे हितग्राही हैं जिनका अंगूठा लगवाने के बाद मात्र 2 महीने का चावल उन्हें दिया गया है और एक महीने का चावल उनका गड़बड़ी कर दिया गया जिसे आज तक नहीं मिल पाया है ग्रामीण इस को लेकर काफी परेशान है ग्रामीणों ने कहा कि चावल की बात तो दूर यहां चना शक्कर नमक तक का भी नसीब नहीं होता है कई महीनो का शक्कर महीनो का चना उक्त क्षेत्र के ग्रामीणों को नहीं दी गई है खाद्य निरीक्षक के देखरेख में संचालित होता है शासकीय उचित मूल्य दुकान मिली जानकारी अनुसार शासकीय उचित मूल्य का दुकान का संचालन स्थानीय खाद्य निरीक्षक के देखरेख में संचालित होता है लेकिन यहां खाद्य निरीक्षक के लापरवाही एवं उचित मूल्य दुकान के संचालक की गड़बड़ी किए जाने के कारण लोगों को चावल तक नसीब नहीं हो रहा है
ग्रामीणों ने कहा यदि समय अनुसार से नहीं मिली चावल तो करेंगे उग्र आंदोलन
ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत सायर के पूर्व संचालक के द्वारा समय अनुसार से सभी को राशन सहित अन्य खाद्य पदार्थ मिलता था एवं देते थे लेकिन वर्तमान संचालक जब से शासकीय उचित मूल्य दुकान का संचालन प्रारंभ किया है तब से राशन में काफी गड़बड़ी मिल रहा है तथा शासकीय राशन को गबन करने में लगे हुए हैं ग्रामीणों ने कहा यदि इस पर उचित कार्यवाही नहीं की जाती है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी ।
खाद्य निरीक्षक
उदयपुर के द्वारा बताया गया कि यदि कि हितग्राहियों का थम मशीन में लग गया होगा तो उन्हें चावल मिलेगा।