राजेश प्रसाद गुप्ताअंबिकापुर – रामगढ़ पहाड़ को लेकर के वर्तमान में चर्चा काफी गरम है सरगुजा का ऐतिहासिक धरोहर रामलल्ला का वनवास समय का एकमात्र स्थान जो विश्व में प्रसिद्ध है, इसको लेकर के वर्तमान में प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंह देव ने जब प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इनके संरक्षण एवं ब्लास्टिंग से होने वाले प्रभाव को लेकर के जानकारी दिए जिसमें स्पष्ट तौर से कहा गया था कि राजनीतिक दृष्टिकोण से नही लेते हुए, इसमें हो रहे नुकसान को ना देखते हुए इसके संरक्षण हेतु उपाय किया जाना चाहिए इसको लेकर पत्र जारी किया बीजेपी के द्वारा तीन सदस्य जांच हेतु टीम गठित की गई जिनके द्वारा मिडिया में बताया गया कि ब्लास्टिंग से रामगढ़ पहाड़ को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हो रहा है ।
स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि ब्लास्टिंग से होता है पहाड़ में कंपन, बड़ा हादसा होने शंका
कांग्रेस के द्वारा गठित टीम के द्वारा जब पूरे पहाड़ के दृश्य वाले क्षेत्र को देखें तो कई जगहों पर दरारें देखने को तो मिली लेकिन स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि जिस दिन भारतीय जनता पार्टी के जांच टीम आई थी उस दिन किसी प्रकार की ब्लास्टिंग नहीं हुआ साथ ही यहां पहुंचने के बाद पानी गिरने लगा, और वापस चले गए स्थानीय ग्रामीणों ने कांग्रेस के द्वारा गठित टीम को बताया कि करीब 2:00 बजे 4:00 बजे एवं सुबह करीब 11:00 बजे जब ब्लास्टिंग होती है तो पहाड़ कंपन करता है ग्रामीणों ने कहा कि इस प्रकार की गतिविधि पहले देखने को नहीं मिला वर्तमान में जब से कोयले का खनन प्रारंभ हुआ है तब से कंपन होता है यह वर्तमान में क्षति जो दिखाई दे रहा है इसकी पूरी आशंका है कि ब्लास्टिंग का ही असर है यदि इस पर विशेष पहल नहीं की गई तो रामगढ़ का अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा पहाड़ ही नहीं बचेगी,
पहाड़ के अन्य हिस्सों पर भी कई जगह आ रही दरारें
स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री के द्वारा जो बातें कही गई है की ब्लास्टिंग से रामगढ़ पहाड़ को असर हो रहा है वह सत्य है क्योंकि उक्त पहाड़ के देखने वाले स्थल की तो बात छोड़िए पहाड़ के अन्य हिस्सों पर भी बड़े-बड़े दरारें आ गई है बड़ी बात यह भी ग्रामीणों ने कहा कि इसमें राजनीति ना करते हुए संबंधित विभाग के विशेषज्ञों की टीम गठित कर राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में इसका ब्लास्टिंग से होने वाले कंपन की स्थिति का जांच होनी चाहिए इससे स्पष्ट होगा स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि इस को लेकर के राजनीति करना सही नहीं है।
वर्तमान में प्रदेश में जिसकी सरकार है उन्हें यदि इसके संरक्षण की चिंता है तो उन्हें विशेषज्ञों की टीम गठित किया जाना चाहिए साथ ही उसे विशेषज्ञों की टीम के साथ सभी राजनीतिक दलों के पदाधिकारी सहित स्थानीय लोगों का टीम गठित कर उक्त घटना का एवं मामले की जांच की जानी चाहिए तभी स्पष्ट तौर से जानकारी सामने आएगा क्योंकि स्थानीय ग्रामीण का मानना है की ब्लास्टिंग से सही एवं सत्य तौर से रामगढ़ में असर है यह जांच होने के बाद स्पष्ट पता चल जाएगा।